रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (जेएमएमएसवाई) की शुरुआत पर एक्स हैंडल पर पोस्ट कर झारखंड की बहनों को बहुत-बहुत बधाई दी है। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ लेने में बहनों को आ रही शुरुआती परेशानी के बारे में उन्हें जानकारी मिली है। योजना को लेकर आ रही तकनीकी समस्याओं के त्वरित निवारण के लिए उन्होंने निर्देश दिया है तथा इस मामले को लेकर वरीय पदाधिकारियों की भी बैठक हुई है। योजना को लेकर दिख रहे उत्साह को लेकर उन्होंने पूरे राज्य में प्रज्ञा केंद्रों की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया है।
सोरेन ने कहा है कि सभी बहनों को यह बताना चाहता हूं कि यह हमेशा चलने वाली योजना है। योजना का लाभ लेने के लिए कोई समय सीमा नहीं है। विशेष कैम्प के आयोजन के बाद भी जरूरतमंद बहनें कभी भी अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र में जाकर इस योजना का लाभ ले सकेंगी। योजना से लोगों को आसानी से लाभ मिले, इसलिए 10 अगस्त तक विशेष कैम्प का आयोजन किया जा रहा है, जिसे और पांछ दिन बढ़ाने का निर्देश दिया है। विशेष कैम्प के आयोजन के बाद भी आप जब भी चाहें, अपनी सुविधानुसार योजना का लाभ ले सकती हैं।
सोरेन ने कहा कि उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि योजना में बहनों को मिल रहे लाभ को देखते हुए कहीं-कहीं कुछ बिचौलिए भी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वह सभी को बताना चाहते हैं कि इस योजना की पूरी प्रक्रिया निःशुल्क है। इसलिए बिचौलियों से सावधान रहें। सभी जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि कहीं भी बिचौलियों की सूचना मिले, तो उनपर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि यह बहनों की योजना है। राज्य की लाखों बहनों को हर साल 12 हजार रुपये मिलेगा। यही झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (जेएमएमएसवाई) का लक्ष्य है और उनका भी लक्ष्य है।
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